सोमवार, 12 अक्तूबर 2015

गाय के अस्तित्व पर इस जगत का अस्तित्व है

गावो विश्वस्य मातरः अर्थात गौ केवल हिन्दुओं  की ही नहीं इस सम्पूर्ण विश्व की माता है ! गाय के अस्तित्व  पर इस जगत का अस्तित्व है , मित्रो यदि इस धरा पर गाय नहीं रही उस दिन समझो यह सम्पूर्ण विश्व शमसान सदृश होगा अर्थात उस दिन सम्पूर्ण सृष्टि का विनाश हो जायेगा ! बिनु माता के उस दिन सभी मनुष्य अनाथ हो संकट में पड़ जायेंगे !  जैसा लोकोक्तियों में प्रचिलित है की गौ माता के सींगों पर यह पृथ्वी आसीन है का सीधा अर्थ है की गैया मैया संपूर्ण जगत के योग क्षेम वहन करती  है ! परन्तु दुर्भाग्य कि मानव आज गौ वंश को प्रताड़ित किये हुए है  अपने क्षुद्र स्वार्थ वश भगवद स्वरुप गौमाता-गौ वंश का विनाश कर रहा है ! विधर्मी तो महान हिन्दू धर्म से ईर्ष्या वश इस जगत -माता को केवल हिन्दुओं की ही माता समझ गौ हत्या कर रहा है परन्तु बहुत से तथाकथित हिन्दू जन गौ सेवा के नाम पर गौ-भाग, गौ-ग्रास पर डाका डाल एक बहुत ही नीच व्यापर में संलग्न हैं ! गौशालाएं खोल गायों को भूखी रखते है ! गौ वंश विशेषतः बछड़ों को कसाइयों के हाथों कटने को या बधिया कर वैल बना गाड़ी खींचने को बेच देते हैं आश्चर्य  होता है जब किसी गौशाला में गायें तो बहुत सी दिखाई देती हैं पर एक भी हष्ट-पुष्ट सांड नहीं ! ये लोगों में गौ सेवा का बिबिध भांति प्रचार कर दान तो बहुत लेते हैं पर उस सब दान को गायों एवं गो वंश को न खिलाकर खुद खाते हैं ! मेंने इनको तथाकथित हिन्दू इसलिए कहा क्योंकि कोई भी हिन्दू गौ माता का व्यापार नहीं कर सकता ! उसके लिए गंगा मैया-भारत माता-भगवान-माता पिता -गौ माता- भगवद गीता- रामायण  में कोई भेद नहीं है ! इसलिए गौ ग्रास को हड़प अपने आमोद-प्रमोद में व्यय करने बाला हिन्दू क्या मानव कहलाने योग्य भी नहीं है ! मेरा आज यहाँ आप सब गौ भक्तों से केवल एक निवेदन है कि आप सब आज ही से -अभी से संकल्प लें कि किसी भी गौ हत्यारे या गौ ग्रास लुटेरे या गौ वंश को बधिया कर वैल बना सेवा लेने बालों से किसी भी प्रकार का कोई संपर्क नहीं रखेंगे ! देश में ऐसी सरकार का समर्थन करेंगे-चुनाव में अवश्य वोट देंगे (आपका वोट न देना भी गौ हत्यारों को पुष्ट करना है )  जो मनसा-वाचा-कर्मणा  गौ सेवा के लिए कृत संकल्प बद्ध हो ! 
याद रखें कभी भी किसी भी प्रकार का दान किसी तीसरे व्यक्ति को किसी भी मद में न दें आप जो कुछ भी सेवा करना चाहते हैं ,अपने हाथों स्वयं करें ! इससे आप के बहुमूल्य धन का दुरुपयोग भी नहीं होगा तथा आपको अपने दान पर अधिकतम पुण्य-लाभ प्राप्त होगा  ! 
मेरा निवेदन है कि निम्नांकित का प्रतिदिन पाठ कर सभी निम्नांकित जयकारे लगा - गौ-माता कामधेनु की कृपा से सभी मनोवांछित फल प्राप्त करें - 
गौ द्विज  धेनु संत हितकारी ! कृपा सिन्धु मानुष तनु धारी !!
जब-जब होहि धर्मं के हानी  ! बाढहिं  असुर महा अभिमानी !!
तव-तव धरि प्रभु बिबिध शरीरा ! हरहिं कृपा निधि सज्जन पीरा !!
जो बोले  सो  अभय  सत्य-सनातन धर्म की जय !!
गौ माता की जय हो !!
गौ हत्यारों का नाश हो !!
अधर्म का नाश हो !!
गौ सेवकों का कल्याण हो !!

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